शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र

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इस पोस्ट में शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र के बारे में जानेंगे। आज शेयर बाज़ार किसी से अछूता नहीं है। जाने अनजाने हम सभी शेयर बाज़ार का हिस्सा हैं या यूँ कहें कि शेयर बाज़ार में उतार चढ़ाव हमारे जीवन पर सीधा असर डालता है। शेयर बाज़ार पर मानव संवेदनाओं का बहुत असर पड़ता है। बाज़ार में उतार चढ़ाव का एक मुख्य कारण लोगों का डर और लालच है। सीधे शब्दों में कहें तो लालच हावी है तो भाव ऊपर जायेगा। इसके उलट अगर डर हावी है तो भाव नीचे जायेगा।

शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र के बारे में जानने से पहले यहाँ एक बात समझ लेना जरुरी है कि बाज़ार जुआ नहीं है। बाजार में सोचा समझा रिस्क लिया जाता है तथा इसमें लाभ होने की संभावनाओं का भी आकलन किया जा सकता है। जबकि इसके विपरीत जुआ में जीतने की संभावना कम होती है यह पूर्णतया भाग्य का खेल है।

बाज़ार का अध्ययन करके इसमें निवेश करने पर सफ़लता के मौके बढ़ जाते हैं। बाजार के किसी टिप या न्यूज़ में विश्वास करने की बजाय शेयर बाजार का अध्ययन करना जरुरी है तभी इसमें सफलता पायी जा सकती है। बिना सोचे समझे बाजार में पैसा लगाने पर बड़ी वित्तीय हानि का सामना करना पड़ सकता है।

शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र के द्वारा शेयर बाज़ार के 3 सबसे जरुरी चीजों की चर्चा करेंगे जिसका ध्यान रखना बहुत जरुरी है। अगर हम इन तीन चीजों का ध्यान रखेंगे तो सफ़लता के अवसर बढ़ जायेंगे। शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र हैं :-

  • प्रत्याशा (Expectancy)
  • धन प्रबंधन ( Money Management)
  • जोख़िम प्रबंधन ( Risk Management)
शेयर बाज़ार

प्रत्याशा (Expectancy)

शेयर बाज़ार में सफलता के 3 मंत्र में पहला Expectancy है। शेयर बाज़ार में कोई भी ट्रेड लेने से पहले यह समझना उचित है कि इसमें लाभ होने की संभावना कितनी है। इसी संभावना का आंकलन हम expectancy द्वारा कर सकते हैं।

किसी ट्रेड की Expectancy उस ट्रेड की कुल जीतने तथा हारने की संभावनाओं का योग है।

Expectancy

Where :-

E – Expectancy

xi – Value

yi – Probability

यह Expectancy का Mathematical फार्मूला है।

अगर expectancy ज्यादा होगी तो उस ट्रेड में लाभ होने की भी संभावना ज्यादा होगी।

इसे हम एक उदाहरण द्वारा समझते हैं जहाँ दो परिस्थितियाँ हैं :-

  1. कोई शेयर 25/- रू पर ट्रेड कर रहा है एवं हमारे गणना के अनुसार उसके 40/- रू तक जाने की संभावना 60% है तथा 15/- रु तक जाने की संभावना 40% है।तथा दूसरी परिस्थिति में
  2. कोई शेयर 100 /- रू पर ट्रेड कर रहा है एवं हमारे गणना के अनुसार उसके 130 /- रू तक जाने की संभावना 50% है तथा 60 /- रु तक जाने की संभावना 50% है।

उपर्युक्त परिस्थितियों में कौन सा ट्रेड लाभप्रद है? इसकी गणना हम इस प्रकार करते हैं :-

  1. 15 *.6 + (-10*0.4) = 5
  2. 30*0.5 + (-40 * 0.5) = -5

उपर्युक्त गणना से यह साफ है की पहले ट्रेड को लेने से हमे लाभ होने की संभावना ज्यादा है।

इसका कारण है कि पहले ट्रेड की expectancy (+ve ) है जबकि दूसरे ट्रेड की expectancy (-ve) है।

अब हम समझ चुके हैं कि किसी भी ट्रेड को लेने से पहले Expectancy का आंकलन करना जरुरी है।

धन प्रबंधन ( Money Management)

शेयर बाजार में सफ़लता का दूसरा मन्त्र है धन प्रबंधन या Money Management।

ज़ाहिर सी बात है कि शेयर बाज़ार में ट्रेड में हानि होना आम बात है।

इस कारण धन का प्रबंधन करना बहुत ही जरुरी हो जाता है नहीं तो दिवालिया होते देर नहीं लगेगी।

धन प्रबंधन जरुरी क्यों है इसको एक उदाहरण से समझते हैं :-

मानते हैं कि शेयर बाजार में लगाने के लिए हमारे पास कुल 10000/- रू हैं । अब यह समझते हैं कि किसी ट्रेड में हुए हानि की भरपाई करने के लिए लाभ के ट्रेड का क्या परिदृश्य होगा।

उदाहरण :-

क्र. सं ट्रेड में हानि भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड
1.5% हानि
बचा हुआ धन – 10000 – (10000 *5%)= 9500
बचा हुआ धन = 9500
भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड=(10000-9500)*100/9500= 5.2%
2.10% हानि
बचा हुआ धन – 10000 – (10000 *10%)= 9000
बचा हुआ धन = 9000
भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड=(10000-9000)*100/9000= 11.11%
3.15% हानि
बचा हुआ धन – 10000 – (10000 *15%)= 8500
बचा हुआ धन = 8500
भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड=(10000-8500)*100/8500= 17.64%
4.25% हानि
बचा हुआ धन – 10000 – (10000 *25%)= 7500
बचा हुआ धन = 7500
भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड=(10000-7500)*100/7500= 33.33%
5.50% हानि
बचा हुआ धन – 10000 – (10000 *50%)= 5000
बचा हुआ धन = 5000
भरपाई के लिए लाभ का ट्रेड=(10000-5000)*100/5000= 100%
Money Management

उपर्युक्त उदाहरण से यह साफ है कि किसी ट्रेड में हुए हानि की भरपाई करने के लिए लाभ का ट्रेड बड़ा होना चाहिए। इस कारण किसी भी ट्रेड को लेने से पहले हमें Loss Control करना चाहिए। किसी भी ट्रेड में stop loss लगाना बेहद जरुरी है ताकि अपने loss को control किया जा सके। किसी भी ट्रेड में 2-5% का stop loss लगाना उचित होता है। अगर मार्केट बहुत ज्यादा volatile है तो मार्केट से दूर रहना उचित है फिर भी अगर ट्रेड करना चाहते हैं तो 7% से ज्यादा का stop loss नहीं लेना चाहिए।

Stop Loss Hit

नए ट्रेडर के साथ यह समस्या अक्सर आता है कि उनका stop loss बार बार हिट हो जाता है तथा उन्हें loss लेकर मार्केट से निकलना पड़ता है। किसी भी ट्रेड में सही stop loss लगाना जरुरी होता है। बड़ा stop loss लगाने से loss ज्यादा होने की संभावना बढ़ जाती है तथा छोटे stop loss से उसके हिट होने की संभावना बढ़ा जाती है। सही stop loss लगाने के लिए chart analysis, trend analysis, तथा मार्केट volatility analysis की जरुरत होती है।

Chart Analysis

Stop loss को निर्धारित करने के लिए Chart Analysis एक प्रभावी साधन है। Chart Analysis द्वारा भविष्य में मार्केट की दिशा का पता लगाया जा सकता है। इस कारण यह stop loss को निर्धारित करने में एक सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

Trend Analysis

किसी समय में मार्केट Uptrend, Downtrend या sideways रह सकता है। भविष्य में मार्केट ट्रेंड किस प्रकार रहेगा यह पता चलने से सटीक stop loss लगाया जा सकता है।

Trend Analysis

Market Volatility Analysis

Stop Loss हिट होने का सबसे बड़ा कारण Market volatility होता है। Market Volatility Analysis करके सटीक stop loss लगाया जा सकता है।

जोख़िम प्रबंधन ( Risk Management)

शेयर बाज़ार में सफलता का तीसरा मंत्र है जोखिम प्रबंधन या Risk Management । जोखिम किसी भी कार्य को करने में है। खेलने में चोट लगने का जोखिम है। तैरने में डूबने का जोखिम है। विवाह करने में तलाक़ होने का जोखिम है। शेयर मार्केट में पैसे डूबने का जोखिम है। परन्तु हम जोखिम लेकर भी कार्य करते हैं क्योकि उस कार्य से मिलने वाली ख़ुशी या लाभ जोखिम को खत्म कर देते हैं। ठीक उसी प्रकार शेयर मार्केट में सोचा समझा जोखिम लेने से लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है तथा हानि होने की संभावना घट जाती है।

जोखिम का न्यूनीकरण 2 प्रकार से किया जा सकता है :-

Risk Avoidance :-

पहला तरीका यह है कि जिस ट्रेड में जोखिम ज्यादा दिखाई पद रहा है उस ट्रेड से दूर रहे इसमें जोखिम शून्य होता है परन्तु लाभ भी नहीं होता। जाहिर सी बात है जब तक जोखिम नहीं लेंगे लाभ भी नहीं होगा।

Risk Limitation :-

यह दूसरा तरीका सबसे ज्यादा अपनाया जाता है। इसमें सही जगह पर stop loss लगाकर risk को कम कर दिया जाता है। हमें ऐसे ट्रेड को लेना चाहिए जिसमे risk कम हो तथा इसके बदले reward ज्यादा मिले।

सारांश

शेयर मार्केट में सफलता के लिए तथा इसमें पैसे कमाने के लिए Expectancy , Money Management, तथा risk Management का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। Expectancy किसी ट्रेड में लाभ होने की संभावना को बताता है। Money Management करके हमारे पास उपलब्ध धन को सही तरीके से शेयर मार्केट में उपयोग कर पाएंगे तथा इससे ज्यादा से ज्यादा धन कमा पाएंगे। Risk Management के द्वारा थोड़ा जोख़िम लेकर ज्यादा reward या पैसा शेयर मार्केट से बना सकते हैं।

इन 3 मन्त्रों को अपनाकर शेयर मार्केट में ज्यादा समय तक टीके रहकर अच्छा पैसा बना सकते हैं। हमेशा ध्यान रखें शेयर मार्केट जुआ नहीं है इस कारण इसमें बिना सोचे समझे पैसा कभी न लगाएं। पहले मार्केट का अच्छी तरह अध्ययन करें उसके बाद ही पैसा लगाएं। किसी टिप या न्यूज़ की अच्छी तरह पड़ताल करके ही निवेश करें वरना बड़ी वित्तीय हानि का सामना करना पड़ सकता है।