कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर की विशेषताएँ
नमस्कार पाठकों ,कंप्यूटर क्या है ? कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं इसके अनुप्रयोग इस पोस्ट के जरिये हम कंप्यूटर के विभिन्न तथ्यों को जानेंगे। जैसा की आप सबको पहले से ज्ञात होगा की कंप्यूटर एक यांत्रिक उपकरण है जो इनपुट के रूप में डाटा लेता है उस पर प्रक्रिया करता है तथा आउटपुट के रूप में रिजल्ट देता है एवं भविष्य के उपयोग हेतु उसे संरक्षित करता है ।कंप्यूटर शब्द कंप्यूट से बना है जिसका अर्थ होता है गणना करना ।गणना संख्यात्मक या तार्किक हो सकती है मूल रूप से तार्किक गणना का अर्थ है data की तुलना करना ।
अब हम कंप्यूटर क्या है ? कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं इसके अनुप्रयोग की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं।
एक कंप्यूटर सिस्टम की विशेषताएं
विषय-सूचि
- गति :- यह मनुष्य की तुलना में बहुत तेजी से काम कर सकता है ।
- विश्वसनीयता :- कार्य करने के दौरान मनुष्य गलतियाँ कर सकता है।किन्तु सही ढंग से निर्देशित किया गया हो तो कंप्यूटर कोई गलती नहीं करता है।
- परिश्रम :- कंप्यूटर को मनुष्यों की तरह थकावट नहीं होती, एक ही गति और सटीकता के साथ काम को लगातार दोहरा सकता है ।
- डाटा बैकअप :- एक कंप्यूटर, कम समय में डाटा की कई प्रतियाँ बना सकता है और उनको फाइलों के रूप में स्टोर कर सकता है ।
- डाटा संचार :- दूरी के बावजूद एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर इंटरनेट का उपयोग करके बहुत तेज गति से डाटा को प्रेषित किया जा सकता है ।
कंप्यूटर का उपयोग कहाँ किया जाता है?
आजकल कंप्यूटर का उपयोग लगभग सभी क्षेत्रों में किया जाने लगा है
जैसे :-
रेलवे , एयरलाइन्स और बस टिकटों के आरक्षण के तिए
एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग , डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने के तिए
प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिए
ऑनलाइन शापिंग करने के लिए…… इत्यादि
इसके अलावा ऑफिस, स्कूल, अस्पताल, होटल, फिल्म, मौसम विज्ञान इत्यादि में भी व्यापक पैमाने पर कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है ।
कंप्यूटर का वर्गीकरण
कार्यक्षमता के आधार पर कंप्यूटर को तीन तरह से विभाजित किया जा सकता है
- एनालॉग कंप्यूटर (ANALOG COMPUTER)
- डिजिटल कंप्यूटर (DIGITAL COMPUTER)
- हाइब्रिड कंप्यूटर (HYBRID COMPUTER)
एनालॉग कंप्यूटर
वैसे मशीनो को एनालॉग कंप्यूटर कहते है जो भौतिक राशियों जैसे चाल, दाब या ताप इत्यादि का उपयोग करके आउटपुट देते है ।
थर्मामीटर, डिजिटल घड़ी, स्पीडोमीटर इत्यादि एनालॉग कंप्यूटर के उदाहरण है
डिजिटल कंप्यूटर
ऐसे कंप्यूटर जो केवल डिजिट के रूप में ही सभी डाटा पर कार्य करते है, डिजिटल कंप्यूटर कहलाते है। ये 0 और 1 से ही सारे डाटा को समझ सकते है, इन्हें बाइनरी नंबर कहा जाता है।
डिजिटल कंप्यूटर को चार वर्गो में विभाजित किया जा सकता है :
- माइक्रो/PC कंप्यूटर
- मिनी कंप्यूटर
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर
- सुपर कंप्यूटर
माइक्रो/PC कंप्यूटर
- आम तौर पर हम जिस कंप्यूटर का उपयोग करते है वह माइक्रो कंप्यूटर या पर्सनल कंप्यूटर कहलाता है।
- डेस्कटॉप, लैपटॉप, नोटबुक तथा टेबलेट माइक्रो कंप्यूटर के उदाहरण हैं
- डेस्कटॉप की बोर्ड , माउस, मॉनिटर तथा कैबिनेट बॉक्स से मिलकर बना होता है| यह सभी प्रकार के लोजिकल एवं गणितीय कार्यो को करने में सक्षम होता है।
- लैपटॉप एक बैटरी या A.C. संचालित पर्सनल कंप्यूटर होता है ।आकार में यह बहुत छोटा होता है जिसे आसानी से कही भी ले जाया जा सकता ।
- कीबोर्ड , माउस,मॉनिटर, स्पीकर और सिस्टम यूनिट जैसी सारी आवश्यक हिस्से एक ही यूनिट में एकीकृत होती हैं ।
- नोटबुक लैपटॉप की तुलना में और छोटे होते है | कार्यप्रणाली एवं बनावट में लगभग बराबर ही होते है।
- टेबलेट एक वायरलेस, पोर्टेबल पर्सनल कंप्यूटर है जिसमे टचस्क्रीन इंटरफ़ेस होता है|इसमें सिस्टम के साथ कोई कीबोर्ड संलग्न नहीं होता है।
- टच स्क्रीन इनपुट एवं आउटपुट डिवाइस दोनों के रूप में कार्य करता है।
मिनी कंप्यूटर
- वे कंप्यूटर जिसमे बड़े कंप्यूटर वाले सारे फीचर्स होते है लेकिन उनका साइज़ छोटा होता है।
- मिनी कंप्यूटर का उपयोग डेटाबेस मैनेजमेंट, फाइल हैंडलिंग इत्यादि कार्यों में किया जाता है।
- उदाहरण : IBM AS/400e
मेनफ़्रेम कंप्यूटर
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर का उपयोग बड़े -बड़े संस्थान जैसे -बैंक, सॉफ्टवेर कम्पनीज इत्यादि के द्वारा भारी मात्रा में आंकड़ा संस्करण के लिए किया जाता है।
- इनका आकार बहुत बड़ा होता है एवं इनकी क्षमता अन्य कंप्यूटरों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदाहरण:
- CONTROL DATA CYBER 176
- IBM z SYSTEM
- MEDHA
- ICL
- SYSTEM ZG Etc…
सुपर कंप्यूटर
- सुपर कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते है जिनकी गणना शक्ति बहुत तेज होती है।
- अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सुपर कंप्यूटर बहुत बड़े बड़े परिकलन और अति सूक्ष्म गणनाएँ तीव्रता से कर सकता है।
- इसमें कई माइक्रोप्रोसेसर एक साथ काम करते है।
- सुपर कंप्यूटर की गति को मेगा फ्लॉप से मापते है।
- इनका प्रयोग मौसम विज्ञान, खगोल विज्ञान,उपग्रह निर्माण जैसे कार्यों में किया जाता है।
- सुपर कंप्यूटर के उदाहरण :
- Param 8000
- Paran Yuva II
- Tianhe-2
- Titan etc…
कंप्यूटर सिस्टम का संगठन :
कंप्यूटर दो प्रकार के संगठन से मिलकर बना होता है
- हार्डवेयर
- सॉफ्टवेयर
हार्डवेयर
कंप्यूटर के सभी भौतिक भाग जो स्पर्श करने योग्य है हार्डवेयर कहलाते है इन भागो का उपयोग कंप्यूटर को सुचारू रूप से उपयोग करने में होता है।
हार्डवेयर को हम चार यूनिट्स में बाँट सकते है
इनपुट यूनिट
इनपुट यूनिट्स की सहायता से हम कंप्यूटर को निर्देश देते है एवं data इनपुट करते है कीबोर्ड और माउस बेसिक इनपुट डिवाइस हैं ।
इनके अलावा स्कैनर, माइक्रोफोन, बार कोड रीडर, OMR रीडर इत्यदि इनपुट यूनिट के उदाहरण है।
आउटपुट यूनिट
आउटपुट यूनिट की सहायता कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किया गया रिजल्ट या आउटपुट प्राप्त होता है।
मोनिटर सबसे आवश्यक आउटपुट डिवाइस है।
प्रिंटर, स्पीकर, प्लॉटर इत्यादि अन्य आउटपुट डिवाइस है।
सिस्टम यूनिट
सिस्टम यूनिट में माइक्रो प्रोसेसर होतेे हैं, जिसेे सीपीयू कहां जाता है।
इसमें एक इलेक्ट्रिक सर्किट बोर्ड लगा होता है जिसे मदरबोर्ड कहते हैं। मदरबोर्ड में मेमोरी यूनिट और सीपीयू के साथ-साथ इनपुट और आउटपुट यूनिट को भी जोड़ा जाता है।
मेमोरी यूनिट
कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए गए कार्यों को संग्रहित करने का कार्य मेमोरी यूनिट करती है।
मेमोरी यूनिट दो प्रकार की होती है।
प्राइमरी मेमोरी
यह मेमोरी यूजर के उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं होती। यह कंप्यूटर को चालू करने, जरूरी फाइलों को लोड करने एवं कंप्यूटर को कार्य करने योग बनाने की जिम्मेदारी लेती है।
प्राइमरी मेमोरी दो प्रकार की होती है
ROM
यह अस्थाई मेमोरी होती है और कंप्यूटर के स्टार्टअप प्रक्रिया को संभालती है। जब कंप्यूटर को चालू किया जाता है तो काम की सूची ROM में संचित हो जाती है तथा माइक्रोप्रोसेसर उस पर कार्य करता है।
RAM
यह एक टेंपरेरी मेमोरी है जो यूजर द्वारा इनपुट किए गए डेटा को संग्रहित करती है। यह उस प्रोग्राम को भी अस्थाई रूप से संग्रहित करता है जिसे माइक्रोप्रोसेसर इस्तेमाल कर यूजर द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार आउटपुट देता है। पूरी कार्यप्रणाली के दौरान यूज़र RAM के जरिए ही माइक्रोप्रोसेसर के संपर्क में रहता है।
सेकेंडरी मेमोरी
सेकेंडरी मेमोरी स्थायी होती है एवं विभिन्न डिवाइस के रूप में उपलब्ध होती है।
गौरतलब है की इनका उपयोग data स्टोर करने के लिए किया जाता है इसलिए इनको स्टोरेज डिवाइस कहा जाता है।
हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD), कॉम्पैक्ट डिस्क (CD), डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क (DVD), पेन ड्राइव इत्यादि सेकेंडरी मेमोरी के उदहारण है।
सॉफ्टवेयर
सॉफ्टवेयर एक या उससे ज्यादा फाइल में संग्रहित निर्देशों का समूह है, जिनका उपयोग करके यूजर कंप्यूटर को बताता है क्या करना है, कब करना है, कैसे करना है।
MS OFFICE, ऑपरेटिंग सिस्टम, PHOTOSHOP, JAVA इत्यादि सॉफ्टवेयर के उदहारण हैं।
सॉफ्टवेयर को दो भागों में बाटां जा सकता है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर
सॉफ्टवेयर जो कंप्यूटर के कार्यों को कंट्रोल करने के लिए माइक्रोप्रोसेसर की मदद करता है, सिस्टम सॉफ्टवेयर कहलाता है ।
ऑपरेटिंग सिस्टम, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, एंटीवायरस सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
ऐसे सॉफ्टवेयर जो सिस्टम सॉफ्टवेयर की मदद से बनते है और जो यूजर के लिए विशिष्ट कार्य करते है, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहलाते है।
MS EXCEL, PHOTOSHOP, टैली इत्यादि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण है।
सारांश
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आपका प्यार और उत्साहवर्धन ही हमें अच्छी से अच्छी पोस्ट लिखने के लिए मजबूर करता है।
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