आज के इस पोस्ट में हम शेयर बाज़ार के एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ की चर्चा करेंगे जिसके बारे में जानकारी रखना किसी भी शेयर मार्केट प्रेमी के लिए बहुत जरुरी है। आज के इस पोस्ट में हम India VIX Kya Hai को Hindi में विस्तार से जानेंगे। India VIX शेयर मार्केट के मनः स्थिति को बताता है। यह बताता है कि शेयर बाज़ार में अभी का माहौल क्या है। इसे एक कठिन गणितीय फॉर्मूले से निकाला जाता है। परन्तु यहाँ हमें उसे निकालने की विधि के बजाय उसका मतलब समझना ज्यादा महत्वपूर्ण है। किसी भी ट्रेडर के लिए यह जानना बहुत जरुरी हो जाता है कि अभी बाज़ार का मनोभाव क्या है। बाजार का मनोभाव पता रहने पर ट्रेड लेने में आसानी होती है। तो चलिए विस्तार में जानते है कि India VIX Kya Hai .
India VIX क्या है?
विषय-सूचि
किसी निवेशक या ट्रेडर के लिए India VIX कोई नया शब्द नहीं है। इसे कभी न कभी जरूर सुना होगा। यह किसी निवेशक या ट्रेडर के लिए यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि निवेश करते वक़्त बाज़ार का माहौल कैसा है। यह उसे ट्रेड लेने में सहायता करता है। India VIX जिसे Volatility Index भी कहा जाता है , इसका उपयोग शेयर बाजार की अस्थिरता का मापने में किया जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो यह शेयर बाज़ार के डर को मापने में किया जाता है। India VIX ज्यादा होने का मतलब है कि बाज़ार में डर का माहौल ज्यादा है और यह बाज़ार अस्थिर होने का संकेत है। India VIX इंडेक्स पर नज़र रख कर बाज़ार के उतार चढ़ाव के बारे में अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
India VIX की शुरुआत और महत्व
भारत में India VIX की शुरुआत सन् 2008 में हुई थी। इसे NSE (National Stock Exchange) ने शुरू किया था। इस इंडेक्स का उद्देश्य बाजार की अस्थिरता का अंदाजा लगाना था। इससे पहले, ट्रेडर और निवेशक केवल सूचकांक के उतार-चढ़ाव पर ध्यान देते थे, लेकिन VIX ने उन्हें यह समझने का मौका दिया कि भविष्य में बाजार में कितना उतार-चढ़ाव हो सकता है। Indraday ट्रेडिंग करने वालों के लिए यह इंडेक्स बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी इंडेक्स से वे बाजार की दिशा का अंदाजा लगाते हैं। साथ ही साथ यह वैसे निवेशकों के लिए भी जरूरी है जो Volatility का उपयोग करके बाज़ार से लाभ कमाते हैं।
India VIX सूचकांक कैसे काम करता है?
India VIX 0 से 100 के बीच होता है। किसी भी वक्त यह वैल्यू को प्रतिशत में दर्शाता है। VIX ज्यादा होने का मतलब है कि बाज़ार आगे अस्थिर हो सकता है तथा कम होना स्थिरता का दर्शाता है। लेकिन VIX का बहुत कम होना भी बाजार के लिए ठीक नहीं माना जा सकता है। ऐसी स्थिति में बाजार बिलकुल सुस्त हो जाता है और बाजार में भागीदारी कम हो जाती है। India VIX को 14-20 तक अच्छा माना गया है।
High VIX (25 से ऊपर)
जब VIX का स्तर 25 या उससे अधिक होता है, तो इसका मतलब होता है कि बाजार में डर का माहौल बना हुआ है और निवेशक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस स्थिति में, बाजार में Volatility अधिक होती है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है जैसे :- चुनाव का समय, बजट का दिन , RBI पॉलिसी, महामारी, युद्ध का माहौल और भी ऐसी कई परस्थितियाँ हो सकती है जिसमें अनिश्चितता होती है , उस समय VIX बढ़ जाता है।
Normal VIX (14-25 के बीच )
जब VIX 14-25 के बीच होता है, तो इसका मतलब होता है कि बाजार में अपेक्षाकृत स्थिरता है और निवेशक बाजार में ज्यादा उतार-चढ़ाव की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। ऐसे समय में निवेशक बाजार में अधिक आत्मविश्वास के साथ निवेश करते हैं।
Low VIX ( 14 से नीचे )
14 से नीचे का VIX बताता है कि बाजार में सुस्ती ज्यादा है। इस समय शेयर के भाव में उतार चढ़ाव बहुत ही कम होता है।
India VIX का उपयोग क्यों करें?
यह बाजार के मनोभाव का मापदंड है इस कारण इसका उपयोग करना जरूरी हो जाता है। यह निवेशकों को बाजार में आने वाले जोखिमों से सतर्क करता है , इससे निवेशक उचित फैसला ले पाते है। यह निवेशकों को कम जोखिम वाले बाजार में निवेश करने में सहायता करता है। यह एक निवेशक को उचित रणनीति बनाने में मदद करता है। उदाहरण के लिए जब India VIX बढ़ जाता है तो निवेशक अपने asset को सुरक्षित करने के लिए hedging का सहारा ले सकते हैं। जब India VIX अपने नार्मल रेंज में रहता है तो निवेशक बाजार में अधिक निवेश कर सकते हैं।
India VIX और बाज़ार का संबंध
भारत के शेयर बाजार और VIX के बीच एक विपरीत संबंध है।जब बाजार किसी वजह से गिरता है तो निवेशकों का डर बढ़ जाता है जिससे Volatility ज्यादा हो जाती है और VIX ऊपर जाता है। वहीं, जब बाजार मजबूत होता है, तो निवेशकों को आने वाले दिनों में स्थिरता की उम्मीद होती है, जिससे VIX कम हो जाता है।
India VIX Calculator
इसकी गणना एक कठिन गणितीय सूत्र के द्वारा की जाती है। इसे Strike Price (K), Market Price of Stock (S), Time to Expiry (T), Risk-Free Rate (R), Volatility (σ) के उपयोग से किया जाता है। इसका फार्मूला इस प्रकार है :-
India VIX = 100 * √((Sum[Weighted Implied Volatility Squared])/Total Weight)
India VIX Historical Data
इसका Historical Data बाजार और India VIX के बीच के सम्बन्ध को समझने में मदद करता है। इससे हम यह पता लगा सकते हैं कि विभिन्न घटनाओं के दौरान VIX में कैसे परिवर्तन हुए, इससे हम बाजार और VIX के बीच के सम्बन्ध को आसानी से समझ सकते हैं।
उदाहरण के लिए, मार्च 2020 में जब कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई, तो India VIX 80 के स्तर तक पहुंच गया था, जो कि भारतीय बाजार के इतिहास का एक उच्चतम स्तर था। इसके बढ़ने का कारण था कि निवेशकों में बाजार के प्रति भारी डर और अनिश्चितता व्याप्त था।। इसी तरह 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट और 2016 के नोटबंदी के समय भी VIX में भारी वृद्धि देखी गई थी।
India VIX और निवेशक के लिए क्या मायने रखता है?
India VIX निवेशकों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बाजार की मौजूदा स्थिति और संभावित कल के बारे में संकेत देता है। जब VIX बढ़ता है, तो निवेशकों को बाजार में सतर्कता बरतनी चाहिए और उन्हें अपने निवेश के जोखिम को कम करने के तरीके अपनाने चाहिए।
निष्कर्ष
India VIX भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता का मापक है और यह निवेशकों को बाजार में संभावित जोखिमों और उतार-चढ़ावों के बारे में बताता है। निवेशक इस इंडेक्स का उपयोग अपनी निवेश रणनीतियाँ बना सकते हैं , खासकर जब मार्केट Volatile हो ।
India VIX का सही उपयोग करने से निवेशक जोखिम को समझ सकते हैं और अपने निवेश को अस्थिर समय में सुरक्षित कर सकते हैं। नए निवेशक हों या अनुभवी ट्रेडर, India VIX का ध्यान रखना निवेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।