How Can I Improve CIBIL Score : ऐसे सुधारें अपना क्रेडिट स्कोर

CIBIL Score

अगर आप लोन लेने का सोच रहे हैं और आपका CIBIL score कम है तो आपके मन में भी यह सवाल आया होगा कि How Can I Improve CIBIL Score. आज इस पोस्ट के जरिये हम यह चर्चा करेंगे कि आप क्रेडिट स्कोर को कैसे बेहतर बना सकते हैं। लेकिन उससे पहले हम थोड़ा CIBIL के बारे में जान लेते हैं।

CIBIL यानि Credit Information Bureau (India) Limited एक क्रेडिट ब्यूरो है जो व्यक्तियों या व्यवसायों का क्रेडिट स्कोर इकट्ठा कर उसका रखरखाव करता है। ये स्कोर लोन कंपनियों को यह निर्णय लेने में मदद करता है कि किसी व्यक्ति या व्यवसाय को लोन दिया जाना चाहिए या नहीं।

भारत में चार ऐसे ब्यूरो है जो किसी व्यक्ति या व्यवसाय के क्रेडिट स्कोर की जानकारी रखती है : CIBIL Information Bureau India Limited, Equifax, Experian, और CRIF High Mark. परन्तु ज्यादातर लोन कम्पनियाँ CIBIL का इस्तेमाल करती हैं। तो चलिए आपके मन में जो सवाल है कि How Can I Improve CIBIL Score का उत्तर ढूँढने की कोशिश करते हैं।

Factors Affecting Credit Score

Payment History

यह Credit Score को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा कारण है। आप जितनी देर से (30 दिन , 60 दिन , 90 दिन या 90 दिन से ज्यादा ) credit card या loan का पेमेंट करते हैं इसका उतना ही ज्यादा असर credit score पर पड़ता है। Credit Score सुधारने के लिए Loan तथा Credit Card के किस्तों का समय पर पेमेंट करना बहुत जरूरी है। आपसे Loan या Credit Card का पेमेंट न छूटे इसके लिए आप Auto Payment का Option चुन सकते हैं। इस Option में क़िस्त की रकम समय पर Saving Account से कट कर जमा हो जाती है। इससे आपको पेमेंट date को याद रखने की आवश्यकता नहीं होती तथा क़िस्त के पेमेंट छूट जाने का डर भी नहीं रहता है। इस Option को अपना कर आप अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं।

Credit Utilization Ratio

यह आपकी कुल Borrowing Limit का कुल प्रतिशत है जो आप अपने क्रेडिट कार्ड पर उपयोग कर रहे हैं। इसे हम एक उदाहरण द्वारा समझते हैं।

Credit Utilization Ratio

ऊपर दिए गए उदाहरण में Credit Utilization Ratio 25 % है। यह एक अच्छा Utilization Ratio है। Credit Utilization Ratio को हमेशा 30 % से नीचे रखना चाहिए। परन्तु, अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर जल्दी सुधारना चाहते हैं तो Credit Utilization Ratio को 10 % से नीचे रखें। अगर आपका Credit Utilization Ratio 30 % से ज्यादा है तो यह क्रेडिट स्कोर पर बुरा प्रभाव डालता है।

Length of Credit History

यह आपके सबसे पुराने क्रेडिट और सबसे नए क्रेडिट का औसत होता है। Credit History जितना पुराना होगा क्रेडिट स्कोर पर इसका उतना ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा। Credit History से लोन देने वाली कॉम कंपनी आपके financial behavior के बारे में पता करती है।

Inquiry

Inquiry दो तरह की होती है

1. Hard Inquiry

जब हम किसी नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं तो लोन देने वाली कंपनी CIBIL Score की enquiry करती है , इसे hard Inquiry कहा जाता है। इस Inquiry का कम समय के लिए एक बुरा प्रभाव क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। समय के साथ यह अपने आप सुधर जाता है। इस कारण अगर आप सच में लोन या क्रेडिट कार्ड लेना चाहते है तभी आवेदन करना चाहिए करना चाहिए। आप अलग अलग लोन देने वाली कंपनी से मौखिक जानकारी ले सकते हैं परन्तु आवेदन वहीँ करें जहाँ से आपको लोन या क्रेडिट कार्ड लेना है।

Hard Inquiry के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं : क्रेडिट कार्ड या ऋण के लिए आवेदन करना, घर या कार खरीदना, अपार्टमेंट किराए पर लेना इत्यादि।

2. Soft Inquiry

जब कोई लोन देने वाली कंपनी आपकी अनुमति के बिना आपकी क्रेडिट स्कोर देखता है , या आप स्वयं अपना क्रेडिट जांचते हैं तो इसे Soft Inquiry कहते हैं। Soft Inquiry आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित नहीं करती है और यह क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज नहीं की जाती है।

Soft Inquiry के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं: स्वयं के क्रेडिट की जांच करना, ऋण पूर्व-अनुमोदन, Pre approved लोन इत्यादि।

Credit Mix

अगर आपके पास कई तरह के लोन का मिश्रण हो तो इससे क्रेडिट स्कोर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। जैसे कि छात्र ऋण, कार ऋण ,व्यक्तिगत ऋण और क्रेडिट कार्ड का मिश्रण। ऋण का मिश्रण रहने पर करदाता कंपनी को यह पता चलता है कि व्यक्ति कई तरह के ऋण को सफलतापूर्वक manage कर सकता है। यह आपके क्रेडिट स्कोर पर अच्छा प्रभाव डालता है।

Check Your CIBIL Score

आप अपना CIBIL स्कोर एक कैलेंडर वर्ष ( जनवरी से दिसंबर ) में एक बार मुफ्त में www.cibil.com से जान सकते है। इसके अलावा कई तरह के प्लान में enroll करके भी आप अपना CIBIL स्कोर जान सकते हैं।

सारांश

आपको अपने क्रेडिट रिपोर्ट का गहन अध्ययन करना चाहिए। क्रेडिट रिपोर्ट में शामिल कारकों को समझने से आपको अपने व्यवहार और अपने स्कोर के बीच संबंध को पहचानने में मदद मिल सकती है। इससे आप आज ऐसे उपायों को कर सकते हैं जिससे आपका क्रेडिट स्कोर सुधर सके। आप खर्चों को संतुलित करके तथा क्रेडिट कार्ड तथा लोन को अच्छी तरह Manage करके अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं।

आशा है कि इस पोस्ट द्वारा आपके मन के सवाल How Can I Improve CIBIL Score का जबाब मिल गया होगा।

FAQ

मेरे CIBIL Score जाँचने से क्या स्कोर प्रभावित होता है ?

जब आप अपना क्रेडिट स्कोर या क्रेडिट रिपोर्ट जांचते हैं, तो इसे “Soft Inquiry ” के रूप में गिना जाता है। चाहे आप कितनी भी बार अपना क्रेडिट स्कोर जांच लें, आपका सिबिल स्कोर अप्रभावित रहता है। हालाँकि, यदि बैंक या वित्तीय संस्थान नए क्रेडिट कार्ड या ऋण आवेदन के समय आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जाँच करते हैं, तो इसे “Hard Inquiry ” माना जाता है और यह आपके स्कोर पर प्रभाव डालता है।

अपने CIBIL Score को ठीक करने के लिए मैं क्या करूँ ?

1. हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड तथा लोन की क़िस्त समय पर चुकाएं
2. अपना क्रेडिट utilization 30% से कम रखें।
3. नए क्रेडिट के लिए संयमित तरीके से आवेदन करें
4. Secured Loan (जैसे गृह ऋण, ऑटो ऋण) और Unsecured Loan (जैसे व्यक्तिगत ऋण, क्रेडिट कार्ड) का एक मिश्रण बनाए रखें।
5. Credit Report की समीक्षा करें।

CIBIL Score क्यों महत्वपूर्ण है ?

जब आप ऋण या क्रेडिट कार्ड लेना चाहते है तो सिबिल स्कोर की आवश्यकता होती है। CIBIL स्कोर अच्छा होने का मतलब है कि आपका वित्तीय इतिहास अच्छा है। Loan कंपनी ऐसे व्यक्ति को आसानी से और कम ब्याज पर ऋण देती है। आपके ऋण लेने की सीमा और ब्याज दर CIBIL Score पर निर्भर करता है।